जूते चप्पल – शास्त्रों में जूते – चप्पल का दान करना काफी सुबह माना जाता है। जहां एक और इसे काल से जोड़ा जाता है,कि आने वाले समय में किसी भी तरह का संकट , बीमारी , आर्थिक , समस्याओं जैसे समस्याओं से बचाव होगा। इसके आलावा शनि के साढ़े साती और ढय्या से भी मुक्ति मिलती है। इसलिए शनिवार के दिन काली रंग के जूते – चप्पल दान करने से सुबह फलों की प्राप्ति होगी।
छाता – शास्त्रों के अनुसार , किसी को छाता बेंठ करना भी महादान के दान बराबर मन जाता है। शारद के दौरान ब्राह्मणों को छाता देने का मतलब होता है की पितरों को करने लोक जाने में रास्ते में हर ऋतु का सामना करना पड़ेगा। इसलिए छाता काफी काम आता है।
By Neeru Rajput